आज देश अनेकों समस्याओं से जूझ रहा है इस कविता के माध्यम से कवि उन युवाओं से निंद्रा तोड़ने का आह्वाहन... आज देश अनेकों समस्याओं से जूझ रहा है इस कविता के माध्यम से कवि उन युवाओं से निंद...
कल रात सुबह मुझसे मिलने आई शायद कुछ अनजान थी ना समझ पा रही मेरी पहचान थी। कल रात सुबह मुझसे मिलने आई शायद कुछ अनजान थी ना समझ पा रही मेरी पहचान थी।
Poem describes the torn up world of ours. Poem describes the torn up world of ours.
जो बेचैनी सी है मेरे दिल में वो तुम नही समझोगी। जो बेचैनी सी है मेरे दिल में वो तुम नही समझोगी।
आज खत्म हुआ था ,अपना सालों का रिश्ता , मैने ऐसे ही कई सालों से ,चाँद को अर्ध्य दिया। आज खत्म हुआ था ,अपना सालों का रिश्ता , मैने ऐसे ही कई सालों से ,चाँद को अर्ध्...
आज की तुलना कल, और कल की तुलना आज से करते हो, भाई साहब क्या गजब करते हो ! आज की तुलना कल, और कल की तुलना आज से करते हो, भाई साहब क्या गजब करते हो !